कई शहरों में जिला प्रशासन कार्यालयों में लगाई गई आग; नेपाल से सटी भारतीय सीमाओं पर अलर्ट

एसवीएस न्यूज नेटवर्क
काठमांडू। नेपाल के युवाओं के आक्रोश ने देश में राजनीतिक-सामाजिक उथल-पुथल पैदा कर दी है। आक्रोशित जेन-जी (युवाओं) की भीड़ ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मंत्रियों के घरों को आग लगा दी। इसके अलावा देश की संसद, सुप्रीम कोर्ट और कई सरकारी इमारतों में भी आगजनी की गई। भारत ने बिगड़ते हालात पर चिंता जाहिर की है। एतहतियात के तौर पर एअर इंडिया, इंडिगो और नेपाल एयरलाइंस ने दिल्ली से काठमांडो जाने वाली उड़ानों को रद्द कर दिया है।
पुलिस ने बताया कि चितवन जिले में प्रदर्शनकारियों ने मंगलवार को जिला प्रशासन कार्यालय और उससे सटे चुनाव कार्यालय में आग लगा दी। जिला न्यायालय, भू-राजस्व और सरकारी वकीलों के कार्यालयों में भी आग लगा दी गई, जिससे दस्तावेज नष्ट हो गए। भरतपुर और अन्य इलाकों में नगरपालिका और वार्ड कार्यालयों पर भी हमला किया गया। नेपाली कांग्रेस, यूएमएल और माओवादी केंद्र पार्टियों के स्थानीय कार्यालयों में आग लगा दी गई। भरतपुर के भटभटेनी सुपरमार्केट में मंगलवार शाम लगी आग बुधवार सुबह भी काबू से बाहर थी।
पूर्व उप प्रधानमंत्री लामिछाने को छुड़ाया
नक्खू जेल में भ्रष्टाचार के आरोप में बंद राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व उप प्रधानमंत्री रबि लामिछाने को प्रदर्शनकारियों ने जेल से छुड़ा लिया। उन्हें बीते साल 18 अक्तूबर को गिरफ्तार किया गया था। छात्रों के आंदोलन के बाद जेल प्रशासन ने लामिछाने की सुरक्षा सुनिश्चित करने से मना कर दिया।
यूपी में नेपाल से जुड़ी हर सोशल मीडिया पोस्ट की होगी निगरानी
नेपाल में चल रहे आंतरिक विद्रोह और बगावत के बीच यूपी सरकार अलर्ट मोड पर है। प्रदेश की सीमाओं को सील करने के साथ-साथ सोशल मीडिया पोस्ट पर निगरानी की जा रही है। पुलिस की एक विशेष यूनिट सोशल मीडिया पोस्ट पर निगाह रख रही है। किसी भी तरह की भड़काऊ पोस्ट मिलने पर कार्रवाई की जाएगी। नेपाल में हिंसा भड़कने के बाद डीजीपी राजीव कृष्ण ने यूपी के सभी सीमावर्ती जिलों में पुलिस को हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया है। वहीं, नेपाल में फंसे भारतीय नागरिकों की सहायता के लिए विशेष नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किया है। इसकी जिम्मेदारी एडीजी कानून-व्यवस्था अमिताभ यश को सौंपा गया है।