ग्राम सभा जमुना की गौशाला में बदहाली चरम पर दो पशु बच्चों की मौत, दो की मात्र चल रही शासे
गौशाला के रखरखाव व पशुओं के देखभाल के लिए तैनात केयर टेकर राम जी ने बताया कि पशु लगातार मर रहे है।

स्मार्ट विजन समाचार शैलेंद्र शर्मा तहसील प्रभारी
तहसील क्षेत्र मिल्कीपुर | अंतर्गत विकास खंड हैरिंग्टनगंज की जमुआ गौशाला में चारे-पानी की भारी किल्लत के चलते कई गौवंश तड़प-तड़प कर दम तोड़ चुके हैं।रविवार को गौशाला में मात्र चार गौवंश मिले जिनमे दो मृत पशु गौशाला परिसर में सड़ रहे हैं।दो की सांसें चल रही थी परंतु उनकी स्थिति बद से बदतर थी।मात्र सांसे ही चल रही थी।मृत पशु गौशाला में पड़े हुए है, जिससे पूरे इलाके में तेज दुर्गंध फैल रही है।
इससे आसपास के ग्रामीणों का जीवन दूभर हो गया है।ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन और जिम्मेदार अधिकारी लगातार शिकायतों के बावजूद मौके पर नहीं पहुंचे।और न ही कोई ठोस कार्रवाई की गई है।
गौशाला के रखरखाव व पशुओं के देखभाल के लिए तैनात केयर टेकर राम जी ने बताया कि पशु लगातार मर रहे है।चारे में मात्र सूखा भूसा ही उपलब्ध है।दाना , हरा चारा तथा पानी की व्यवस्था नही है।एक सप्ताह पूर्व आठ पशुओं की मृत्यु हुई थी जिन्हें सामने के जंगल मे फेंक दिया गया था।
मृत गौवंशो को हटाने की कोई व्यवस्था नही है।चार माह से उसे मानदेय भी नही मिला। ग्राम जमुआ पूरे निहाली शुक्ल निवासी स्वामीनाथ शुक्ल ने बताया कि पिछले कई दिनों से चारे और पानी की व्यवस्था न होने के कारण गौवंश मर रहे हैं।कई बार सूचना दी लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
गौशाला परिसर में पड़ी सड़ती लाशों से उत्पन्न बदबू से न सिर्फ ग्रामीण बीमार होने का खतरा हैं, बल्कि स्कूल जाने वाले बच्चों तक का निकलना मुश्किल हो गया है।
स्थानीय ग्रामीण अजय तिवारी,सुधीर,अंकित,निवासी जमुआ पूरे शिवदीन ने प्रशासन से मांग की है कि तत्काल गौशाला में चारा-पानी की व्यवस्था कराई जाए, मृत पशुओं को हटाकर परिसर को साफ सुथरा किया जाए और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
गौशाला की इस दुर्दशा के लिए जब जिम्मेदारों से संपर्क किया गया तो बीडीओ हैरिंग्टनगंज अखिलेश मिश्र ने बताया की अभी ग्राम विकास अधिकारी को भेज रहा हूँ । एडीओ पंचायत अरविंद कुमार व ग्राम पंचायत सचिव मिथिलेश कुमारी एक दूसरे को जिम्मेदार ठहराते रहे।













