नाबार्ड द्वारा 11वें राष्ट्रीय हैंडलूम दिवस का सफल आयोजन
कारीगरों के लिए संवाद कौशल उन्नयन और प्रतिस्पर्धा बढ़ाने में एक सार्थक पहल साबित

स्मार्ट विजन समाचार
बागपत। बागपत जनपद के खेकड़ा कस्बे में गांधी गंज मंडी के परिसर राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक के जिला विकास प्रबंधक कार्यालय, बागपत द्वारा 11वें राष्ट्रीय हैंडलूम दिवस के अवसर पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसका उद्देश्य हैंडलूम क्षेत्र के महत्व को रेखांकित करना और इससे जुड़े कारीगरों को प्रोत्साहित करना रहा। इस आयोजन में नाबार्ड द्वारा प्रोत्साहित खेकड़ा OFPO के हैंडलूम कारीगरों ने सक्रिय भागीदारी की।
कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि के रूप में देवेंद्र श्रीवास्तव डीडीएम नाबार्ड अभय सिंह लीड डिस्ट्रिक्ट मैनेजर आर्चना तिवारी जिला उद्योग केन्द्र और सीएफएल बागपत के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। उद्घाटन संबोधन में देवेंद्र श्रीवास्तव ने हैंडलूम उद्योग के ऐतिहासिक महत्व, ग्रामीण आजीविका में इसके योगदान और विशेषकर महिलाओं के सामाजिक-आर्थिक सशक्तिकरण में इसकी भूमिका पर विस्तार से चर्चा की। अभय सिंह ने बैंकिंग क्षेत्र की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हैंडलूम कारीगरों के लिए आसान ऋण सुविधा, कार्यशील पूंजी और बाजार से जुड़ाव उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने में महत्वपूर्ण है। उन्होंने कारीगरों को बैंकों के विभिन्न वित्तीय उत्पादों और योजनाओं की जानकारी लेने और उनका लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया।
आर्चना तिवारी ने जिला उद्योग केंद्र द्वारा उपलब्ध विभिन्न योजनाओं और प्रशिक्षण कार्यक्रमों की जानकारी दी, जिनका उद्देश्य हैंडलूम उत्पादों के डिज़ाइन, गुणवत्ता और विपणन क्षमता को बढ़ाना है। उन्होंने यह भी आश्वस्त किया कि डीआईसी, कारीगरों को प्रदर्शनी, मेले और ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म से जोड़ने में हर संभव सहयोग करेगा।इंटरएक्टिव सत्र के दौरान खेकड़ा ओएफपीओ के कारीगरों ने विशेषज्ञों के साथ नए डिज़ाइन विचारों, उत्पाद गुणवत्ता में सुधार, बाजार की मांग को पूरा करने के लिए समय पर आपूर्ति और प्रभावी विपणन रणनीतियों पर विचार-विमर्श किया।
यह संवाद कारीगरों के लिए कौशल उन्नयन और बाजार में प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ाने की दिशा में एक सार्थक पहल साबित हुआ। कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसमें सभी अतिथियों और प्रतिभागियों के योगदान की सराहना की गई तथा हैंडलूम क्षेत्र के सतत विकास, नवाचार और आधुनिक बाजार में इसकी प्रासंगिकता बनाए रखने की प्रतिबद्धता को दोहराया गया। यह आयोजन नाबार्ड के ग्रामीण आजीविका संवर्धन और स्थानीय उद्योगों को प्रोत्साहित करने के निरंतर प्रयासों का प्रमाण है।









