आरटीओ कार्यालय में सामने आया हैरान करने वाला मामला
डेढ़ साल पहले हुई वाहन स्वामी की मौत, बाबू ने कार दूसरे के नाम कर दी स्थानांरित

एसवीएस न्यूज
मेरठ। आरटीओ में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। डेढ़ साल पहले दिवंगत ट्रांसपोर्ट व्यापारी की कार दूसरे के नाम स्थानांतरित कर दी गई। बुधवार को आरटीओ कार्यालय पहुंचे मेरठ ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने संबंधित अधिकारी और बाबू से शिकायत की। उन्होंने बताया कि दिवंगत व्यापारी ने स्वयं कार्यालय आकर प्रपत्रों पर हस्ताक्षर किए जिसके बाद वाहन स्थानांतरित किया गया। सवाल यह है कि जिस व्यापारी की मौत डेढ़ साल पहले हो गई है वह एक माह पहले आकर कैसे हस्ताक्षर कर सकता है। अधिकारियों ने मामले में जांच कराने की बात कही है।
मेरठ ट्रांसपोर्ट ऐसोसिएशन के अध्यक्ष गौरव शर्मा ने बताया कि माधवपुरम निवासी विपुल देव शर्मा के पिता पुरुषोत्तम शर्मा का निधन डेढ़ वर्ष पहले हो चुका है। पुरुषोत्तम शर्मा के नाम एक वैगन कार है जिसे बेचने के लिए उन्होंने एक डीलर के यहां खड़ा किया था। कुछ समय बाद में कार बेचने का विचार त्याग दिया। जब डीलर से कार वापस मांगी तो वह आनाकानी करने लगा। गौरव शर्मा ने बताया कि बुधवार को जब एआरटीओ प्रशासन युतिका सिंह से मिलने पहुंचे तो वह कार्यालय से चली गईं। वहीं बाबू ने अभद्रता की।
मृत्यु प्रमाण पत्र देख अधिकारियों व कर्मियों के पैरों तले खिसकी जमीन
बाबू का कहना था कि फाइल पर पुरुषोत्तम शर्मा के हस्ताक्षर हैं जो उन्होंने स्वयं कार्यालय आ कर किए हैं। विपुल ने जब पिता का मृत्यु प्रमाण पत्र दिखाया तो वहां मौजूद अधिकारियों और कर्मचारियों के पैरों तले जमीन खिसक गई। इसके बाद आरटीओ प्रवर्तन आरके सिंह को पूरे मामले से अवगत कराया। आरटीओ प्रवर्तन आरके सिंह ने बताया कि पूरे मामले की जांच कराई जा रही है। दोषी कर्मचारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।